Sunday, April 19, 2009

अवघा रंग एकच झाला

इंदौर

पीढियो का अन्तर जब सामने आता है तो केवल परिवार ही नही, राष्ट्र भी टूट सकता है। एक बेहद संजीदे विषय के साथ पूरी तरह से भाव विभोर कर देने वाला नाटक था "अवघा रंग एकच झाला "।